मेदिनीनगर : अखिल भारतीय स्वर्णकार संघ के राष्ट्रीय कार्य समिति सदस्य विनोद कुमार सोनी अधिवक्ता ने, प्रेस बयान जारी कर कहा है कि झारखंड में स्वर्ण व्यवसाई सुरक्षित नहीं है।स्वर्ण व्यवसायियों के साथ दिन-दहाड़े छीन तई,चोरी डकैती आम बात हो गई है।
झारखंड के राजधानी रांची में व्यवसाय सुरक्षित नहीं है तो झारखंड के प्रत्येक जिला और प्रत्येक प्रखंड में स्वर्ण व्यवसाई सुरक्षित कैसे होंगे, रांची के पंडरा पंचवटी ज्वेलर्स, रांची के विरसा चौंक,डीपी ज्वेलर्स में करोड़ों रुपए कि गहना एवं नगदी दिन दहाड़े डकैती और लूट की घटना हो सकती है तो झारखंड के प्रत्येक जिला और प्रखंड कैसे सुरक्षित रह सकता है पलामू जिला के प्रखंड सतबरवा के दुकानदार विजय सोनी, नावां बाजार के मिस्टी ज्वेलर्स राकेश सोनी एवं अन्य दुकानदार को दिन दहाड़े छोला में रखा जेवरात छीन लिया जाता है इस तरह की दर्जनों घटनाएं 2 महीनों के अंतर्गत पलामू में हो चुकी है इसी तरह पूरे झारखंड के प्रत्येक जिला और प्रखंड में घटनाएं हो रही है।स्वर्ण व्यवसाय के साथ जब लूट होती है और थाने में एफआईआर के लिए भुक्तभोगी दुकान दार जाते हैं तो थानेदार स्वर्ण व्यवसाई को संदेह के दृष्टिकोण से दुकानदार को देखते हैं तथा एफआईआर लिखने में कतराते है स्वर्ण व्यवसाई के लूट के घटना में शायद ही अपराधी गिरफ्तार होती हैं.
दुकानदार का लूटा हुआ सामान बरामद नहीं हो पाती है। झारखंड प्रदेश के, प्रदेश अध्यक्ष को प्रदेश स्वर्ण व्यवसाई के लिए ठोस नीति बना कर सरकार को घेराव करने चाहिए। स्वर्ण व्यवसाई संघ पूरे झारखंड में स्वर्ण व्यवसाईयों का विरोध स्वरूप दुकान अनिश्चित काल के लिए बंद कर दें और झारखंड के मुख्यमंत्री को दुकान का चाबी शॉप दें,झारखंड सरकार से प्रेस के माध्यम से मांगा हैं कि 1. स्वर्ण व्यवसाई को सुरक्षा प्रदान करें 2. अपराधी को अविलंब गिरफ्तार कर स्वर्ण व्यवसाय से लूट गया माल स्वर्ण व्यवसाई को दिया जाएं 3. स्वर्ण व्यवसाय को आर्म्स का लाइसेंस दिया जाएं 4. स्वर्ण व्यवसाई को सुरक्षा मुहैया कराई जाएं,जब तक सरकार मांगें नहीं मानतीं हैं तब तक झारखंड के स्वर्ण व्यवसाई दुकान को बंद रखा जाए।